● छत्तीसगढ़ सरकार ने भोरमदेव अभयारण्य को टाइगर रिजर्व बनाने का फैसला लिया है।
● वहीं इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए राज्य वन्य जीव बोर्ड ने मंगलवार को इसके कोर और बफर क्षेत्र के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
● अब यह प्रस्ताव राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण को भेजा जाएगा। जहां से हरी झंडी मिलते ही भोरमदेव राज्य का चौथा टाइगर रिजर्व बन जाएगा।
● इससे पहले उदंती-सीतानदी, इंद्रावती और अचानकमार अभयारण्य को टाइगर रिजर्व घोषित किया जा चुका है।
● भेजे जाने वाले इस प्रस्ताव के अनुसार भोरमदेव टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल लगभग 624 वर्ग किलोमीटर का होगा। इसमें 318 वर्ग किलोमीटर कोर क्षेत्र और 305 वर्ग किलोमीटर बफर क्षेत्र होगा।
● मध्यप्रदेश के कान्हा-किसली टाइगर रिजर्व से जुड़े होने के कारण भोरमदेव अभयारण्य का पर्यावरण टाइगर रिजर्व के लिए बेहद ही अनुकूल है।
● राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण से मंजूरी मिल जाने के बाद भोरमदेव देश का 51वां टाइगर रिजर्व होगा।