■ पंचायती राज संबंधी महत्वपूर्ण समिति एवं अध्ययन दल -
1. बलवंत राय मेहता समिति (1957) - सामुदायिक विकास कार्यक्रम के कार्यान्वयन की समीक्षा।
2. वी.के. राव समिति (1960) - पंचायत संबंधी सांख्यिकी की तर्कसंगतता।
3. एस.डी. मिश्र अध्ययन दल (1961) - पंचायत एवं सहकारिता का अध्ययन।
4. वी. ईश्वरन अध्ययन दल (1961) - पंचायत राज प्रशासन का अध्ययन।
5. जी.आर. राजगोपाल अध्ययन दल (1962) - न्याय पंचायत के गठन का अध्ययन।
6. दिवाकर समिति (1963) - ग्राम सभा की स्थिति की समीक्षा।
7. एम. रामा कृष्णनैया अध्ययन दल (1963) - पंचायती राज संस्थाओं की आय-व्यय गणना का अध्ययन।
8. के. संथानम समिति (1963) - पंचायती राज संस्थाओं को वित्तीय प्रावधान एवं स्थिति की समीक्षा।
9. के. संथानम समिति (1965) - पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचन की रुपरेखा सम्बन्धी अध्ययन।
10. आर.के. खन्ना अध्ययन दल (1965) - पंचायती राज संस्थाओं के लेखा एवं अंकेक्षण।
11. जी. रामचंद्रन समिति - (1966) पंचायतों के लिए प्रशिक्षण केंद्रों की आवश्यकता पर अध्ययन।
12. वी. रामानाथन अध्ययन दल (1969) - भूमि सुधार उपायों के कार्यान्वयन में सामुदायिक विकास अभिकरण एवं पंचायती राज संस्थाओं की संलिप्तता एवं भूमिका।
13. एम. रामा कृष्णनैया अध्ययन दल (1972) - पांचवीं पंचवर्षीय योजना में सामुदायिक विकास एवं पंचायती राज को प्रमुख उद्देश्य के रूप में रखना।
14. दया चौबे समिति (1976) - सामुदायिक विकास एवं पंचायती राज की समीक्षा।
15 . अशोक मेहता समिति (1977) - पंचायती राज के मूल एवं प्रशासनिक ढांचे संबंधी तत्व।
16. दांतेवाला समिति (1978) - खण्ड स्तर पर योजना स्वरूप।
17. हनुमंत राव समिति (1984) - जिला स्तरीय योजना का स्वरूप।
18. जी.वी.के. राव समिति (1985) - ग्रामीण विकास के लिए प्रशासनिक समायोजन एवं गरीबी निवारण कार्यक्रम।
19. एल.एम. सिंघवी समिति (1986) - लोकतंत्र एवं विकास के लिए पंचायती राज संस्थाओं का पुनर्सशक्तीकरण।
20. पी.के. थुगंन समिति (1989) - स्थानीय निकायों की संवैधानिक मान्यता की अनुशंसा।
Question Of The Day -
पंचायती राज व्यवस्था सबसे पहले राजस्थान के किस स्थान में लागू की गई ?
Jfiitititiufuf
जवाब देंहटाएं